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पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण / पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार के उदाहरण व स्पष्टीकरण
पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार की परिभाषा
जहाँ एक ही शब्द की बार-बार आवृत्ति हो वहाँ पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार होता है।
उदाहरण – बार-बार तोरी जिनती करत हौं ।”
स्पष्टीकरण – इसमें बार बार की आवृत्ति है।
उदाहरण – मेघमय आसमान से
उत्तर रही-
वह संध्या सुंदरी
धीरे-धीरे-धीरे
स्पष्टीकरण – यहाँ पर धीरे शब्द की आवृत्ति हुई है।
पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार के अन्य उदाहरण –
(1) आज कितनी सदियों के बाद ।
देवि, कितनी सदियों के बाद।।
(2) मधुमास में दास जुबिन बसै, मनमोहन अहै, अहै, अहै
(3) विहग-विहग
फिर चहक उठे ये पुंज-पुंज
कल- कूजित कर उर का निकुंज
चिर सुभग-सुभग।
(4) शान्त सरोवर का डर
किस इच्छा से लहरा कर
हो उठा चंचल – चंचल
(5) ठुमुकि- ठुमुकि रुनझुन धुनि-सुनि ,
कनक अजिर शिशु डोलत।
★★★ निवेदन ★★★
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