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व्याजनिन्दा अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण / व्याजनिन्दा अलंकार के उदाहरण व स्पष्टीकरण
व्याजनिन्दा अलंकार की परिभाषा
जहाँ पर बात की जाए स्तुति की पर वास्तव में निंदा हो रहाँ पर व्याज निन्दा अलंकार होता है।
उदाहरण – नाक-कान बिनु समिति बिहारी ।
क्षमा कीन्ह तुम धरम -बिचारी ॥ “
स्पष्टीकरण – यहाँ देखने में तो रावण की प्रशंसा है, पर वास्तव
में उसकी निन्दा है।
उदाहरण – तुम तो सखा श्याम सुन्दर के सकल जोग के ईस।
उदाहरण – समर तेरो भाग्य यह कहा सराहयो जाय ।
पक्षी करि फल आस जो , तुहि सेवत नित आय ।
उदाहरण – राम साधु तुम साधु सयाने |
राम मातु भलि मैं पहिचाने ||
उदाहरण – नाक कान बिन भगिनी निहारी।
क्षमा कीन्ह तुम धरम विचारी।।
★★★ निवेदन ★★★
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