दोस्तों अगर आप बीटीसी, बीएड कोर्स या फिर uptet,ctet, supertet,dssb,btet,htet या अन्य किसी राज्य की शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आप जानते हैं कि इन सभी मे बाल मनोविज्ञान विषय का स्थान प्रमुख है। इसीलिए हम आपके लिए बाल मनोविज्ञान के सभी महत्वपूर्ण टॉपिक की श्रृंखला लाये हैं। जिसमें हमारी साइट istudymaster.com का आज का टॉपिक शाब्दिक और अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण में अंतर / difference between verbal and non verbal intelligence in hindi है।
शाब्दिक और अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण में अंतर / difference between verbal and non verbal intelligence in hindi
शाब्दिक एवं अशाब्दिक परीक्षणों में अन्तर / Difference between Verbal and Non-verbal Tests
दोनों प्रकार के परीक्षणों में प्रकृति एवं बुद्धि स्तर के अनुरूप शाब्दिक और अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण में अंतर निम्नलिखित रूप में स्पष्ट किया गया है-
(1) शाब्दिक या भाषात्मक परीक्षणों द्वारा छोटे बालकों का परीक्षण सम्भव नहीं है, लेकिन अशाब्दिक या क्रिया परीक्षणों में ऐसा सम्भव है।
(2) शाब्दिक परीक्षणों द्वारा व्यक्ति के विभिन्न समूहों की तुलना नहीं की जा सकती, जबकि भाषा रहित (अशाब्दिक) परीक्षणों में ऐसा सम्भव है।
(3) शाब्दिक परीक्षणों का प्रयोग पिछड़े या मानसिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों हेतु सम्भव नहीं, परन्तु क्रिया परीक्षणों या भाषा रहित परीक्षणों द्वारा यह सम्भव है।
(4) शाब्दिक परीक्षणों द्वारा अनपढ़ व्यक्तियों और छोटे बालकों का परीक्षण सम्भव नहीं, परन्तु अशाब्दिक परीक्षणों का प्रयोग छोटे बालकों एवं अनपढ़ व्यक्तियों के लिये भी किया जा सकता है।
(5) शाब्दिक परीक्षण में व्यक्ति को भाषा तथा संख्याओं का ज्ञान आवश्यक है जबकि अशाब्दिक परीक्षण में व्यक्ति को भाषा तथा गणित का ज्ञान आवश्यक नहीं है।
(6) शाब्दिक परीक्षण में समय का बन्धन अधिक महत्त्वपूर्ण नहीं होता जबकि अशाब्दिक परीक्षण में बुद्धि का माप करने के समय सीमा का बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है।
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