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अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करना / अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करने के नियम
गलत वाक्य को सही करने के नियम / अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करने के नियम
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भारत जैसे बहुभाषी देश में अहिंदी भाषी लोगों से अनेक प्रकार की अशुद्धियाँ हो जाना स्वाभाविक है। हिंदी भाषी लोगों पर भी अपने क्षेत्र की बोली का प्रभाव रहने से अशुद्धियाँ हो जाती हैं। व्याकरण भाषा का नियमन कर उसे मानक रूप प्रदान करता है। तो आइये आज जानते है की वाक्य शुद्धि के नियम,वाक्य शुद्ध करने के लिए,शुद्ध और अशुध्द वाक्य,अशुद्ध वाक्य को शुध्द कैसे करे,अशुद्ध वाक्य में कौन कौन सी अशुद्धियाँ होती हैं। दोस्तों अगर बात की जाए अशुद्ध वाक्य को शुद्ध करने की तो इसके कोई विशेष नियम नहीं है। आप लिंग,वचन,कारक,सर्वनाम,क्रिया,विशेषण,क्रिया विशेषण,शब्दो की जानकारी करके ही अशुद्ध वाक्य को शुद्ध में बदल सकते हैं। तो आइये जानते हैं की अशुद्ध वाक्य में कौन कौन सी अशुद्धियाँ होती है और इनको कैसे शुद्ध वाक्य में बदला जाए, इसको हम उदाहरण की सहायता से समझने का प्रयत्न करेंगे।
अशुद्ध वाक्य को शुध्द वाक्य में कैसे बनाये || अशुद्ध वाक्य में कौन कौन सी अशुद्धियाँ होती हैं
(1) लिंग सम्बंधी अंशुद्धियाँ
वाक्य में प्रयुक्त शब्द के अनुसार उचित लिंग का प्रयोग न होने से वाक्य अशुद्ध हो जाता है; जैसे-
अशुद्ध : परीक्षा की प्रणाली बदलना चाहिए।
शुद्ध : परीक्षा की प्रणाली बदलनी चाहिए।
अशुद्ध : हिन्दी की शिक्षा अनिवार्य कर दिया गया।
शुद्ध : हिन्दी की शिक्षा अनिवार्य कर दी गयी।
अशुद्ध : मुझे मजा आती है।
शुद्ध : मुझे मजा आता है।
अशुद्ध : रामायण का टीका।
शुद्ध : रामायण की टीका
अशुद्ध : देश की सम्मान की रक्षा करो।
शुद्ध : देश के सम्मान की रक्षा करो।
अशुद्ध : लड़की ने जोर से हँस दी।
शुद्ध : लड़की ने जोर से हँस दिया।
अशुद्ध : दंगे में बालक, युवा, नर-नारी सब पकड़ी गयीं।
शुद्ध : दंगे में बालक, युवा, नर-नारी सब पकड़े गये।
(2) वचन-सम्बंधी अशुद्धियाँ
हिन्दी में कुछ शब्द सदैव बहुवचन में प्रयुक्त होते हैं। अत: उनका बोध न होने पर तथा कर्त्ता एवं कर्म के वचन के अनुसार, क्रिया प्रयुक्त न होने पर वाक्य शुद्ध हो जाता है; जैसे-
अशुद्ध : सबों ने यह राय दी।
शुद्ध : सब ने यह राय दी।
अशुद्ध : उसने अनेक प्रकार की विद्या सीखीं।
शुद्ध : उसने अनेक प्रकार की विद्याएँ सीखीं।
अशुद्ध : मेरे आँसू से रूमाल भीग गया।
शुद्ध : मेरे आँसुओं से रूमाल भीग गया।
अशुद्ध : ऐसी एकाध बातें सुनकर दुःख होता है।
शुद्ध : ऐसी एकाध बात सुनकर दुःख होता है।
अशुद्ध : हमारे सामानों का ख्याल रखिएगा।
शुद्ध : हमारे सामान का ख्याल रखिएगा।
अशुद्ध : वे विविध विषय से परिचित हैं।
शुद्ध : वे विविध विषयों से परिचित हैं।
अशुद्ध : इस विषय पर एक भी अच्छी पुस्तकें नहीं है।
शुद्ध : इस विषय पर एक भी अच्छी पुस्तक नहीं है।
(3) कारक-सम्बंधी अशुद्धियाँ
वाक्य में प्रयुक्त कारक के अनुसार उचित विभक्ति न लगने से तथा अनावश्यक विभक्ति लगने से वाक्य अशुद्ध हो जाता है, जैसे-
अशुद्ध : हमने यह काम करना है।
शुद्ध : हमें यह काम करना है।
अशुद्ध : सब से नमस्ते।
शुद्ध : सब को नमस्ते।
अशुद्ध : मैंने राम को पूछा।
शुद्ध : मैंने राम से पूछा।
अशुद्ध : जनता के अन्दर असंतोष फैल गया।
शुद्ध : जनता में असंतोष फैल गया।
अशुद्ध : नौकर का कमीज।
शुद्ध : नौकर की कमीज
अशुद्ध : मेरे नये पते से चिट्ठियाँ भेजना।
शुद्ध : मेरे नये पते पर चिट्ठियाँ भेजना।
(4) संज्ञा-सम्बंधी अशुद्धियाँ
संज्ञा के सही रूप में प्रयोग न होने पर वाक्य अशुद्ध हो जाता है जैसे-
अशुद्ध : हिन्दी के प्रचार आज-भी बड़े-बड़े संकट हैं।
शुद्ध: हिन्दी के प्रचार में आज-भी बड़ी-बड़ी बाधाएँ हैं।
अशुद्ध : सीता ने गीत की दो-चार लड़ियाँ गायीं।
शुद्ध : सीता ने गीत की दो-चार कड़ियाँ गायीं।
अशुद्ध : पतिव्रता नारी को छूने का उत्साह कौन करेगा।
शुद्ध : पतिव्रता नारी को छूने का साहस कौन करेगा।
अशुद्ध : कृषि हमारी व्यवस्था की रीढ़ है।
शुद्ध : कृषि हमारी व्यवस्था का आधार है।
अशुद्ध : प्रेम करना तलवार की नोक पर चलना है।
शुद्ध : प्रेम करना तलवार की धार पर चलना है
अशुद्ध : नगर की सारी जनसंख्या भूखी है।
शुद्ध : नगर की सारी जनता भूखी है।
अशुद्ध : जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कथा चरितार्थ होती है।
शुद्ध : जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ होती है।
अशुद्ध : वह मेरे शब्दों पर ध्यान नहीं देता।
शुद्ध : वह मेरी बात पर ध्यान नहीं देता।
अशुद्ध : मुझे सफल होने की निराशा है।
शुद्ध : मुझे सफल होने की आशा नहीं है।
अशुद्ध : इस समस्या की औषध उसके पास है।
शुद्ध : इस समस्या का समाधान उसके पास है।
अशुद्ध : गोलियों की बाढ़।
शुद्ध : गोलियों की बौछार
(5) सर्वनाम-सम्बंधी अशुद्धियाँ
सर्वनाम के सही रूप में प्रयोग न होने से वाक्य अशुद्ध हो जाता है; जैसे-
अशुद्ध : मेरे से मत पूछो।
शुद्ध : मुझ से मत पूछो।
अशुद्ध : मेरे को यह बात पसंद नहीं।
शुद्ध : मुझे यह बात पसंद नहीं।
अशुद्ध : तेरे को अब जाना चाहिए।
शुद्ध : तुझे अब जाना चाहिए।
अशुद्ध : मैंने नहीं जाना।
शुद्ध : मुझे नहीं जाना।
अशुद्ध : आप आपका काम करो।
शुद्ध : आप अपना काम करो।
अशुद्ध : जो सोवेगा वह खोवेगा।
शुद्ध : जो सोवेगा सो खोवेगा।
अशुद्ध : आप जाकर ले लो।
शुद्ध : तुम जाकर ले लो।
अशुद्ध : वह सब भले लोग हैं।
शुद्ध : वे सब भले लोग हैं।
अशुद्ध : आँख में कौन पड़ गया?
शुद्ध : आँख में क्या पड़ गया?
अशुद्ध : मैं उन्हीं के पिताजी से जाकर मिला।
शुद्ध : मैं उनके पिताजी से जाकर मिला।
(6) विशेषण संबंधी अशुद्धियां
अशुद्ध : उसे भारी प्यास लगी है।
शुद्ध : उसे बहुत प्यास लगी है।
अशुद्ध : जीवन और साहित्य का घोर संबंध है।
शुद्ध : जीवन और साहित्य का घनिष्ठ संबंध है।
अशुद्ध : मुझे बड़ी भूख लगी है।
शुद्ध : मुझे बहुत भूख लगी
अशुद्ध : यह एक गहरी समस्या है।
शुद्ध : यह एक गंभीर समस्या है।
अशुद्ध : वहाँ भारी भरकम भीड़ जमा थी।
शुद्ध : वहाँ बहुत या बहुत भारी भीड़ जमा थी।
अशुद्ध : इसका कोई अर्थ नहीं है।
शुद्ध : इसका कुछ भी अर्थ नहीं है।
अशुद्ध : इस वीरान जीवन में।
शुद्ध : इस नीरस जीवन में।
अशुद्ध : उसकी बहुत हानि हुई।
शुद्ध : उसकी बड़ी हानि हुई।
अशुद्ध : राजेश अग्रिम बुधवार को आएगा।
शुद्ध : राजेश आगामी बुधवार को आएगा।
अशुद्ध : दूध का अभाव चिन्तनीय है।
शुद्ध : दूध का अभाव चिन्ताजनक है।
(7) क्रिया-सम्बंधी अशुद्धियाँ
वाक्य में सही क्रिया रूप प्रयुक्त न होने पर वाक्य अशुद्ध हो जाता है; जैसे-
अशुद्ध : बह कुर्ता डालकर गया है।
शुद्ध : वह कुर्ता पहनकर गया है।
अशुद्ध : पगड़ी ओढ़कर आओ।
शुद्ध : पगड़ी बाँधकर आओ।
अशुद्ध : वह लड़का मोटर हाँक सकता है।
शुद्ध : वह लड़का मोटर चला सकता है।
अशुद्ध : छोटी उम्र शिक्षा लेने के लिए है।
शुद्ध : छोटी उम्र शिक्षा पाने के लिए है।
अशुद्ध : राधा ने माला गूंध ली।
शुद्ध : राधा ने माला गूँथ ली।
अशुद्ध : अपना हस्ताक्षर लगा दो।
शुद्ध : अपना हस्ताक्षर कर दो।
अशुद्ध : उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया।
शुद्ध : उपस्थित लोगों ने संकल्प किया।
अशुद्ध : हमें यह सावधानी लेनी होगी।
शुद्ध : हमें यह सावधानी बरतनी होगी।
अशुद्ध : वहाँ घना अँधेरा घिरा था।
शुद्ध : वहाँ घना अँधेरा छाया था।
(8) अव्यय-सम्बंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध : यद्यपि वह बीमार था परन्तु वह स्कूल गया।
शुद्ध : यद्यपि वह बीमार था तथापि वह स्कूल गया।
अशुद्ध पुस्तक विद्वतापूर्ण लिखी गयी है।
शुद्ध : पुस्तक विद्वतापूर्वक लिखी गयी है।
अशुद्ध : आसानीपूर्वक यह काम कर लिया।
शुद्ध : आसानी से यह काम कर लिया।
अशुद्ध : शनैः उसको सफलता मिलने लगी।
शुद्ध : शनैः शनैः उसको सफलता मिलने लगी।
अशुद्ध : एकमात्र दो उपाय है।
शुद्ध : केवल दो उपाय है।
अशुद्ध : यह पत्र आपके अनुसार है।
शुद्ध : यह पत्र आपके अनुरूप है।
अशुद्ध : वह अत्यन्त ही सुन्दर है।
शुद्ध : वह अत्यन्त सुन्दर है।
(9) संयोजक शब्द संबंधी अशुद्धियां
वाक्य में सही संयोजक शब्द नहीं लगाने पर वाक्य अशुद्ध हो जाता है जैसे –
अशुद्ध : यदि वह रुपया, माँगता, तब मैं अवश्य देता।
शुद्ध : यदि वह रुपया माँगता तो मैं अवश्य देता।
अशुद्ध : जैसा मोहन ने लिखा, जैसा तुम भी लिखो।
शुद्ध : जैसा मोहन ने लिखा, वैसा तुम भी लिखो।
अशुद्ध : जैसा लिखो जैसा मोहन ने लिखा।
शुद्ध : ऐसा लिखो जैसा मोहन ने लिखा।
अशुद्ध : ज्यों ही मैं पहुँचा, वह उठ गया।
शुद्ध : ज्यों ही मैं पहुँचा, त्यों ही वह उठ गया।
अशुद्ध : यह काम करो नहीं तो अपने घर जाओ।
शुद्ध : यह काम करो या अपने घर जाओ।
अशुद्ध : क्योंकि वह मोटा है अतः वह धीरे चलता है।
शुद्ध : क्योंकि वह मोटा है इसलिए वह धीरे चलता है।
(10) पदक्रम संबंधी अशुद्धियां
वाक्य रचना के आधार पर शब्द के उचित स्थान पर प्रस्तुत न होने से वाक्य अशुद्ध हो जाता है; जैसे-
अशुद्ध : छात्रों ने मुख्य अतिथि को एक फूलों की माला पहनायी।
शुद्ध : छात्रों ने मुख्य अतिथि को फूलों की एक माला पहनायी।
अशुद्ध : भीड़ में चार पटना के व्यक्ति भी थे।
शुद्ध : भीड़ में पटना के चार व्यक्ति भी थे।
अशुद्ध : कई बैंक के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
शुद्ध : बैंक के कई कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
अशुद्ध : आप जाएँगे क्या?
शुद्ध : क्या आप जाएँगे?
(11) द्विरुक्ति / पुनरुक्ति संबंधी अशुद्धियां
अशुद्ध : मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ बशर्ते कि मानो।
शुद्ध : मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूँ बशर्ते/शर्त है कि तुम मेरा कहा मानो।
अशुद्ध : दरअसल में वह बहुत काइयाँ है।
शुद्ध : दरअसल/असल में वह बहुत काइयाँ है।
अशुद्ध : दरहकीकत में वह बहुत घाघ है।
शुद्ध : दरहकीकत/हकीकत में वह बहुत घाघ
अशुद्ध : फिलहाल में वह मुंबई गया है।
शुद्ध : फिलहाल/हाल में वह मुंबई गया है।
अशुद्ध : मुख़्तसर में गोदान ग्रामीण जीवन का महाकाव्य है।
शुद्ध : मुख़्तसर गोदान ग्रामीण जीवन का महाकाव्य है।
अशुद्ध : मेरे मना करने के बावजूद भी वह चला गया।
शुद्ध : मेरे मना करने के बावजूद वह चला गया।
अशुद्ध : वह अभी शैशव अवस्था में है।
शुद्ध : वह अभी शैशव/शिशु अवस्था में है।
अशुद्ध : मध्यकालीन युग में कलाओं की बहुत उन्नति हुई।
शुद्ध : मध्यकाल/मध्ययुग में कलाओं की बहुत उन्नति हुई।
अशुद्ध : यौवनावस्था की बुराइयों से बचो।
शुद्ध : यौवन/युवा अवस्था की बुराइयों से बचो।
अशुद्ध : साहित्य के क्षेत्र में महिला लेखिकाओं की संख्या कम
शुद्ध : साहित्य के क्षेत्र में लेखिकाओं/महिला लेखकों की संख्या कम है।
अशुद्ध : नौजवान युवकों को दहेज प्रथा का विरोध करना चाहिए।
शुद्ध : नौजवानों युवकों को दहेज प्रथा का विरोध करना चाहिए।
अशुद्ध : प्रातः काल के समय टहलना चाहिए।
शुद्ध : प्रातः काल/प्रातः टहलना चाहिए।
अशुद्ध : राजस्थान का अधिक से अधिक भाग स्तीला है।
शुद्ध : राजस्थान का अधिकांश भाग रैतीला है।
अशुद्ध : वे परस्पर एक-दूसरे से उलझ पड़े।
शुद्ध : परस्पर/एक-दूसरे से उलझ पड़े।
(12) अधिकपदत्व सम्बंधी अशुद्धियां
अशुद्ध : मानव ईश्वर की सबसे उत्कृष्टतम कृति है।
शुद्ध : मानव ईश्वर की उत्कृष्टतम कृति है।
अशुद्ध : हीन भावना से ग्रस्त मोहन अपने को दुनिया का सबसे निकृष्टतम व्यक्ति समझता है।
शुद्ध : हीन भावना से ग्रस्त मोहन अपने को दुनिया का निकृष्टतम व्यक्ति समझता है।
अशुद्ध : सीता नित्य गीता को पढ़ती है।
शुद्ध : सीता नित्य गीता पढ़ती है।
अशुद्ध : उसने गुप्त रहस्य प्रकट कर दिये।
शुद्ध : उसने रहस्य प्रकट कर दिये।
अशुद्ध : माली पौधों को सींच रहा था।
शुद्ध : माली जल से पौधों को सींच रहा था।
(13) मुहावरे के कारण अशुद्धियां
वाक्य में मुहावरे का सही प्रयोग न होने या उसमें पाठान्तर होने से वाक्य अशुद्ध हो जाता है। जैसे –
अशुद्ध : प्रधानमंत्री ने देश का धुआँधार दौरा किया।
शुद्ध : प्रधानमंत्री ने देश का तूफानी दौरा किया।
अशुद्ध : पानी पीकर नाम पूछना निरर्थक है।
शुद्ध : पानी पीकर जात पूछना निरर्थक है।
अशुद्ध : प्रेम करना तलवार की नोंक पर चलना है।
शुद्ध : प्रेम करना तलवार की धार पर चलना है।
अशुद्ध : दुश्मनों ने हथियार रख दिये।
शुद्ध : दुश्मनों ने हथियार डाल दिये।
अशुद्ध : आजकल भ्रष्टाचार के बाजार गर्म हैं।
शुद्ध : आजकल भ्रष्टाचार का बाजार गर्म है।
अशुद्ध : कुसंगति से उस के तन पर कालिख पुत गई।
शुद्ध : कुसंगति से उसके मुख पर कालिख पुत गई।
अशुद्ध : युग परिवर्तन का बीड़ा कौन चबाता है?
शुद्ध: युग परिवर्तन का बीड़ा कौन उठाता है?
अशुद्ध : तेरी बातें सुनते-सुनते मेरे कान भर गये।
शुद्ध : तेरी बातें सुनते-सुनते मेरे कान पक गये।
अशुद्ध : मेरे तो साँस में दम आ गया।
शुद्ध : मेरे तो नाक में दम आ गया।
(14) शब्द ज्ञान संबंधी अशुद्धियां
अशुद्ध : बाण बड़ा उपयोगी शस्त्र है।
शुद्ध : बाण बड़ा उपयोगी अस्त्र है।
अशुद्ध : लाठी बड़ा उपयोगी अस्त्र है।
शुद्ध : लाठी बड़ा उपयोगी शस्त्र है।
अशुद्ध : चिड़ियाँ गा रही है।
शुद्ध : चिड़ियाँ चहक रही है।
अशुद्ध : वह नित्य गाने की कसरत करता है।
शुद्ध : वह नित्य गाने का अभ्यास/का रियाज करता है।
अशुद्ध : इस समय सीता की आयु सोलह वर्ष है।
शुद्ध : इस समय सीता की उम्र/अवस्था सोलह वर्ष है।
अशुद्ध : धनीराम की सौभाग्यवती पुत्री का विवाह कल होगा।
शुद्ध : धनीराम की सौभाग्यकांक्षिणी पुत्री का विवाह कल होगा।
अशुद्ध : कर्मवान व्यक्ति को सफलता अवश्य मिलती है।
शुद्ध : कर्मवीर व्यक्ति को सफलता अवश्य मिलती है।
(15) अशुद्ध वर्तनी के कारण होने वाली अशुद्धियां
वाक्य में प्रयुक्त अशुद्ध वर्तनी से भी वाक्य अशुद्ध हो जाता है।
अशुद्ध : ताजमहल की सौन्दर्यता अनुपम है।
शुद्ध : ताजमहल का सौन्दर्य अनुपम है।
अशुद्ध : महात्मका के सदोपदेश सुनने चाहिए।
शुद्ध : महात्मा के सदुपदेश सुनने चाहिए।
अशुद्ध : कामायनी के रचियता प्रसाद है।
शुद्ध : कामायनी के रचयिता प्रसाद हैं।
अशुद्ध : पूज्यनीय पिता जी आ रहे हैं।
शुद्ध : पूजनीय पिताजी आ रहे हैं।
अशुद्ध : देश की दुरावस्था शोचनीय है।
शुद्ध : देश की दुरवस्था शोचनीय है।
अशुद्ध : व्यक्ति यौवनावस्था में भूलें करता है।
शुद्ध : व्यक्ति यौवन में भूलें करता है।
अशुद्ध : मन्त्री-मण्डल की बैठक आज होगी।
शुद्ध : मंत्रिमण्डल की बैठक आज होगी।
★★★ निवेदन ★★★
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