व्यतिरेक अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण / व्यतिरेक अलंकार के उदाहरण व स्पष्टीकरण

हिंदी व्याकरण विभिन्न परीक्षाओं जैसे UPTET,CTET, SUPER TET,UP POLICE,लेखपाल,RO/ARO,PCS,LOWER PCS,UPSSSC तथा प्रदेशों की अन्य परीक्षाओं की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी विषय है। हमारी वेबसाइट istudymaster.com आपको हिंदी व्याकरण के समस्त टॉपिक के नोट्स उपलब्ध कराएगी। दोस्तों हिंदी व्याकरण की इस श्रृंखला में आज का टॉपिक व्यतिरेक अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण / व्यतिरेक अलंकार के उदाहरण व स्पष्टीकरण है। हम आशा करते है कि इस टॉपिक से जुड़ी आपकी सारी समस्याएं समाप्त हो जाएगी।

व्यतिरेक अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण / व्यतिरेक अलंकार के उदाहरण व स्पष्टीकरण

व्यतिरेक अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण / व्यतिरेक अलंकार के उदाहरण व स्पष्टीकरण

व्यतिरेक अलंकार की परिभाषा

जहाँ उपमेय को उपमान से श्रेष्ठ बताया जाय और उसका कारण भी दिया जाये,वहाँ व्यतिरेक अंलकार होता है।

उदाहरण –  ‘साधू ऊँचे शैल सम, किन्तु प्रकृति सुकुमार

स्पष्टीकरण –  यहाँ सज्जनों को पर्वतों के समान ऊँचा बताया गया है, पर उनमें यह बात अधिक बतायी गयी कि उनकी प्रकृति कोमल होती है जबकि पर्वतों की प्रकृति कोमल नहीं कठोर होती है।

व्यतिरेक अलंकार के अन्य उदाहरण –

(1) जनम सिन्धु, पुनि बंधु विष, दिन मलीन, सकलंक।
सिय मुख समता पात्र किमि, चन्द बापुरो रंक ॥

(2) संत हृदय नवनीत समाना, कहा कविन पै कहत न जाना।

(3) चन्द्र सकलंक ,मुख निष्कलंक, दोनों में समता कैसी ?

(4) जनम सिधु, पुनि बंधु विप, दिन मलीन, सकलंक।
     सिय मुख समता पाव किमि चन्द्र बापुरो रंक ।

(5) “साधू ऊंचे रौल सम, किन्तु प्रकृति सुकुमार |

(6) सम सुबरन सुखमाकर सुजस न थोर ।
     सिय अंग सखि कोमल कनक कठोर ।।

(7) गुण मयंक सो है, सखि मधुर वचन सविशेष।





                          ★★★ निवेदन ★★★

See also  वृद्धि एवं विकास में अंतर / difference between growth and development in hindi

दोस्तों हमें कमेंट करके बताइए कि आपको यह टॉपिक व्यतिरेक अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण / व्यतिरेक अलंकार के उदाहरण व स्पष्टीकरण कैसा लगा। आप इसे अपने तैयारी कर रहे अपने मित्रों के साथ शेयर भी कीजिये ।

Tags – व्यतिरेक अलंकार की परिभाषा,व्यतिरेक अलंकार के उदाहरण,व्यतिरेक अलंकार के 5 उदाहरण,व्यतिरेक अलंकार के 10 सरल उदाहरण,व्यतिरेक अलंकार के उदाहरण और उनका स्पष्टीकरण,व्यतिरेक अलंकार किसे कहते हैं,व्यतिरेक अलंकार की पहचान,vyatirek alankar ki paribhasha aur udahran, examples of vyatirek alankar in hindi,







Leave a Comment